अयोध्या न्यूज डेस्क: लखनऊ के अयोध्या रोड स्थित गोयल अस्पताल के पास गुरुवार रात को असलहों से लैस बदमाशों ने एक डॉक्टर को उनकी ही कार से अगवा कर लिया। बदमाशों ने डॉक्टर को तीन दिनों तक कार में बंधक बनाकर अलग-अलग जिलों में घुमाया और 7 लाख रुपये फिरौती के रूप में ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए। पीड़ित किसी तरह बदमाशों के चंगुल से छूटकर अपने घर पहुंचे और बीबीडी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह, जो होम्योपैथी क्लीनिक चलाते हैं, ने पुलिस को बताया कि 8 दिसंबर की सुबह उनके क्लीनिक पर दो युवक एडमिशन के सिलसिले में आए थे। युवकों ने शाम को पेपर देने के बहाने डॉक्टर को अयोध्या रोड स्थित गोयल अस्पताल बुलाया। वहां पहुंचने पर युवकों ने चालाकी से डॉक्टर को कार में बंधक बना लिया। एक युवक ने पिस्टल दिखाकर उन्हें डराया और कार लेकर फरार हो गए।
बदमाशों ने डॉक्टर से 20 लाख रुपये फिरौती मांगी। जब डॉक्टर ने इतनी रकम होने से इनकार किया, तो सौदा 10 लाख रुपये पर तय हुआ। डॉक्टर ने अपने दामाद और दोस्तों से मदद मांगते हुए कुल 7 लाख रुपये बदमाशों के बताए बैंक खातों में ट्रांसफर करवा दिए। अपहरणकर्ताओं ने डॉक्टर को लगातार धमकियां दीं और उनकी कार में चार बार डीजल भी भरवाया।
डॉक्टर को 8 से 10 दिसंबर तक बंधक बनाकर रखा गया। 9 दिसंबर की रात, अपहरणकर्ता डॉक्टर को लखनऊ छोड़ने के लिए निकले। अयोध्या में उनका एक साथी कार से उतर गया, जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने डॉक्टर से कार चलवाई। रास्ते में तिवारीगंज के पास कार का टायर पंक्चर हो गया।
टायर बदलने के दौरान, डॉक्टर ने मौका पाकर कार के शीशे बंद कर दिए और दरवाजे लॉक कर लिए। पंक्चर टायर के साथ ही उन्होंने कार भगाई। हालांकि, ज्यादा दूर न जा पाने पर उन्होंने कार रिलायंस पेट्रोल पंप के पास खड़ी की और पैदल ही अपने घर की ओर भागे।
रात करीब 3 बजे डॉक्टर अपने घर पहुंचे और परिजनों को घटना की जानकारी दी। बदमाशों ने उनके फोन से सारे डिटेल डिलीट कर दी थीं, ताकि पुलिस को कोई सुराग न मिल सके। डॉक्टर ने सुबह बीबीडी थाने पहुंचकर पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई।
बीबीडी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित द्वारा दिए गए विवरण और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।